दुर्मिल सवैया

251 भाग

303 बार पढा गया

7 पसंद किया गया

दुर्मिल सवैया रखना मन को अपने वश में अति संयम से चलते रहना। कहते हरिकृष्ण सुजान बनो यम योग स्वभाव रचा करना। समता शुभदायक मंत्र जपो बन सिद्ध महान सदा चलना। ...

अध्याय

×