मदिरा सवैया

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मदिरा सवैया  बारिश में घनघोर घटा अति प्रेम छटा विखरे मन में। रोम हुआ अति हर्षित सा बहु जोश भरा सगरे तन में। फूल खिले सगरी बगिया रतिया सुख सागर है ...

अध्याय

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