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किरीट सवैया मानुष हो कर जो सबके मन को समझे वह सुंदर भावन। मौसम हो अनुकूल सदा सुख का अहसास दिलाय सुहावन। दूध दही बनता नहिं है जब जात नहीं उसमें ...