80 भाग
261 बार पढा गया
9 पसंद किया गया
राजीव कुमार झा थोड़ी पास आओ मन को सहलाएं गुनगुन गीत सुनाएं सितार की झंकार उंगलियों के हल्के स्पर्श से सुनाएं उस वेदना को छिपाएं जिसे बताया बेशर्म रातों में तुमने ...