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ये जान तेरी अमानत है, तू खुदा की इबादत है। उल्फ़त बेचैनी बग़ावत है, हाँ ये तेरी मोहब्बत है।। इसमें डूबने का मज़ा है, ना मिलना एक सज़ा है। क़यामत ही ...