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छप्पय छंद सबके प्रति निष्काम, भाव का पालन करना। होय सत्य का संग,सोच प्रिय उत्तम रखना।। दुख पहुँचाना मत कभी, दुख देने से दुख मिले। सुख देना ही धर्म है, सुख ...