सुशांत देश (पंचचामर छंद)

35 भाग

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*शीर्षक:सुशांत देश (पंचचामर छंद)* रचा करो सुशांत प्रांत भ्रांत तर्क छोड़ दो। सुतर्क बुद्धि साधना विवेक स्वर्ग जोड़ दो। मरोड़ ग्लानि तोड़ द्वेष दर्प भेद त्याग दो। अनेक में अनन्त हेतु ...

अध्याय

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