हर्दय से चाहो तो

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नर्मदे हर मेरी लेखनी,             हर्दय से चाहो तो        ✊✊✊✊✊✊ हर्दय से चाहो तो पाषाण मैं भी जान आ जायेगी,  द्रोपती सा याद करो ...

अध्याय

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