लेखनी कहानी -30-Dec-2022

1 भाग

287 बार पढा गया

8 पसंद किया गया

💕💕💕💕 आँखों ही आँखों में इसरार हुआ है जी । रह गए सोचते, यूँ इकरार हुआ है जी। अब तो ख़्वाबों में भी आना और जाना है। बेख़बर मोहब्बत का इज़हार ...

×