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मिसिर रामबली की कुण्डलिया कोरोना भयभीत कर, मार रहा है जान। सहमे -सहमे लोग हैं, अब आयें भगवान। अब आयें भगवान, नहीं है कोई चारा। ठहर गया अस्तित्व, मनुज दिखता बेचारा।म ...