280 भाग
386 बार पढा गया
5 पसंद किया गया
माता (चौपाई) अनुपम भाव विचार तुम्हीं हो। सदाचार सत्कार तुम्हीं हो।। अद्वितीय अतिशय प्रिय नारी। सबसे ऊपर भव्या न्यारी।। परम विशिष्ट लोक हितकारी। मंगलमय अति सहज कुमारी।। प्रिय मूरत पावन बड़ ...