सूरज , किरण ,और बादलों की अठखेली

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आज तो हम बहुत नाराज़ है , कुछ लिखने का मन नहीं है , और लिखे भी क्यों ??????और कैसे????? जब ठंड की वजह से उंगली ही नही चल रही फोन ...

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