कबीर दास जी के दोहे

255 भाग

49 बार पढा गया

1 पसंद किया गया

मान बड़ाई देखि कर, भक्ति करै संसार जब देखैं कछु हीनता, अवगुन धरै गंवार।।  अर्थ : कबीर दास जी कहते हैं कि दूसरों की देखा-देखी कुछ लोग सम्मान पाने के लिये ...

अध्याय

×