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हरिहरपुरी की कुण्डलिया गायन कर प्रभु राम का, वही मोक्ष के धाम। पहुँचायेंगे एक दिन, तुम को अपने ग्राम।। तुम को अपने ग्राम, घुमायेंगे चौतरफा। सदा रहेंगे साथ,बात होगी साफ-सफा।। कहें ...