मतवाला बन सदा विचरना

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मतवाला बन सदा विचरना               ( चतुष्पदी ) मतवाला बन सदा विचरना। हर्षित हो कर चलते रहना। चाहे जैसी रहे परिस्थिति। हर स्थिति को मीत समझना।। सच्चाई को कर सम्मानित। गन्दे भावों ...

अध्याय

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