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सुंदर संबोधन बन जाओ (सजल) भाव समंदर घन बन जाओ। सुंदर संबोधन बन जाओ।। सदा मित्र को ईश्वर जानो। प्रेम गंग में नित्य नहाओ।। सब को बड़ा समझ कर चलना। मन ...