स्याह से काले रात

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रात के स्याह अंधेरे में जब मैं बिल्कुल अकेला होता हूँ, तब तुम मुझ तक आती हो जब, मैं बहुत अकेला होता हूँ! सांसो की सरगोशियों संग तुम भी हर पल ...

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