281 भाग
225 बार पढा गया
6 पसंद किया गया
धार्मिक दोहा मधुर भाव में हो सदा, मानव से संवाद। कुण्ठा-नद को पार कर, रहो सदा आजाद।। सबके हित के भाव में, रहना सीखो नित्य। करना केवल काम वह, जो जग ...