281 भाग
207 बार पढा गया
6 पसंद किया गया
आ जाओ प्रिय देर न करना (सजल) आ जाओ प्रिय!देर न करना। चल तुरन्त अब कहीं न रुकना।। मेरे दिल में भाव समंदर। उमड़ रहा है जल्दी करना।। जन्मांतर से चले ...