समझ –स्वरूप व स्वभाव की–३

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अनेक व्यक्तियों का यह मत होता है कि संसार के सभी संबंध या तो स्वार्थ के आधार पर चल रहे हैं या फिर वासना के आधार पर इन संबंधों में प्रेम ...

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