1 भाग
134 बार पढा गया
8 पसंद किया गया
जिनके लिए जहान में क़ुर्बान हो गए। चेहरा हमारा देखकर अनजान हो गए। समझा था हमने जिन को सामान ए जिंदगी। वो ही हमारे मौत के सामान हो गए ।। ए ...