लेखनी कहानी -29-Nov-2022

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इश्क का तुमसे जब सिलसिला हो गया। नींद आती नहीं जाने क्या हो गया। दिल का इक टुकड़ा तेरा, मेरे पास है। जाने क्यों इस कदर फासला हो गया। ...

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