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नर्मदे हर मेरी लेखनी साँसों पर अब न रहा जोर साँसों पर अब ना रहा जोर कैसे रहे स्वस्थ और जिये दीर्घायु सोचें क्या हुई हमसे भूल आज की पीढी और ...