1 भाग
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[ कहो शरारो जले नहीं है, अभी है ज़िंदा मरे नहीं है,, बहर मे आकर के शेर सँवरे, ग़ज़ल के आशु रुके नहीं है,, चलो जहाँ है साथ चलना, क़दम अभी ...