कविता ःःतारें हैं बाराती

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कविता ःःतारे हैं बाराती ★★★★★★★★★★★ तारें हैं बाराती..आए चांदनी के द्वार चाँद दूल्हा बनकर आया संग लेकर प्यार चुपके से चाँद ने किया अपने प्रेम का इजहार चांदनी खिल गई देखकर ...

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