1 भाग
499 बार पढा गया
18 पसंद किया गया
तेरे कैशों की शीतलता, तेरे स्वभाव की अकुतिलता। डोर से बांधे रखती है मुझे, तेरे प्रेम की अचंचलता। हर पहर तड़पती रहती है, मुझसे वो तेरी अनबोलता। मुझे बहुत ...