विश्वाश का फूल

1 भाग

112 बार पढा गया

11 पसंद किया गया

दिल तेरा भी कतरा कतरा तड़प रहा होगा  तू भी मेरी तरह रात भर जग रहा होगा ।। बड़ी सितमगर होते है ये महबूबा भी ऐसा तू कभी एक रोज मेरे ...

×