1 भाग
237 बार पढा गया
19 पसंद किया गया
मैं बहुत दिनों बाद शहर से गाँव पहुँचा,पुराने दोस्त मुझे अपने साथ गाँव के हनुमानजी के मन्दिर के पास ले गए,जहाँ एक कुआँ था और गाँव भर में उसी कुएंँ का ...