अब फक़त तेरा सहारा, न सहारा कोई। मुझको मिलता ही नहीं तुमसे अब प्यारा कोई।

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अब फक़त तेरा सहारा, न सहारा कोई। मुझको मिलता ही नहीं तुमसे अब प्यारा कोई। वो मेरे हिज्र का मतलब भी समझ जाएगा। उसको मिल जाएगा जब हिज्र का मारा कोई। ...

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