अठखेलियां

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अठखेलियां हमारा दिल तुम्हारे पास आकर कितना धड़कता खामोश होकर कोई मानो कोई कुछ भी अगर कहता सारे वायदे हमारे हमारी जिंदगी यहां कुछ अक्स  छोड़ जाये हवा उसी बाग में ...

अध्याय

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