•तलाश •

1 भाग

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खुद पर विश्वाश है .. इस लिए आज जिंदा है .....।। वरना कुछ कातिल तो.. कब से मेरी तलाश में है .....।। दिन भर मुस्कुराती हूं .. ये रात भी तो ...

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