हजारों आशिक देखे..!

1 भाग

112 बार पढा गया

3 पसंद किया गया

यूं इश्क लड़ाते देखे, दीदार को मचलते हजारों आशिक देखे इश्क में पड़कर लड़कर कटकर, मरते हजारों आशिक देखे आज कल तो बस लहर ही चली है पल भर के मोहब्बत ...

×