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यूं इश्क लड़ाते देखे, दीदार को मचलते हजारों आशिक देखे इश्क में पड़कर लड़कर कटकर, मरते हजारों आशिक देखे आज कल तो बस लहर ही चली है पल भर के मोहब्बत ...