315 भाग
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शहर उस समय बेहद मामूली नींद में सो रहा था। पेड़ की ऊपर वाली डाल पर गौरैया के बच्चे अपनी मीठी और मद्धिम आवाज में चीं-चीं कर रहे थे। शहर की ...