सयानी बुआ

315 भाग

53 बार पढा गया

0 पसंद किया गया

सब पर मानो बुआजी का व्यक्तित्व हावी है। सारा काम वहाँ इतनी व्यवस्था से होता जैसे सब मशीनें हों, जो कायदे में बंधीं, बिना रुकावट अपना काम किए चली जा रही ...

अध्याय

×