जुबां खुलती नही मेरी

21 भाग

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हिन्दी दिवस प्रतियोगिता के लिए -- जुबां खुलती नहीं मेरी, सदा खामोश रहता हूं। जमाना सोचता होगा, हकीकत कैसे कहता हूं? जिधर होगी नजर तेरी, उजाला ही उजाला है । चलन ...

अध्याय

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