1 भाग
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आज बोहोत अरसे बाद खुल कर जीना है ज़िन्दगी ।। इन दर्द भारी रह मै थोड़ा मुस्कुराना है ज़िन्दगी ।। बेरंगी बेरंगी लम्हों को थोड़ा सा महसूस करना है ज़िन्दगी ।। ...