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इक नया मधुमास बन कर पत्र अंतष के लिखूंगा, मैं सृजन की प्यास बनकर। तुम चले आना हृदय में इक नया मधुमास बनकर।। तुम किसी सरिता के जैसी, हृदय सिंधू में ...