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जिन्दगी में बढ़ना है आगे, तो जमाने से लड़ना सीखो चाह है हंसी कलियों की, तो काँटों से मिलना सीखो।। अगर चाहते हो बाँहों में, नित ऋतुराज बिकसे तो सावन की ...