315 भाग
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पाकिस्तान से युद्ध के दिन थे। हवा भारी थी। लोग डरे हुए और सचमुच नीमसंजीदा। आकाश झुककर छोटा सा हो गया था। - रंगहीन मटमैला तथा डरावना। क्षणों की लंबाई कई ...