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छंद कोयल से मीठे बोल, कटि करती किलोल, चांद जैसा मुखड़ा, दमकती ज्यों दामिनी। कारी कारी मतवारी, अखियां लगें कटारी, अंधियारी जैसे कि, घिरी हुई है यामिनी।। प्यारी गौर वर्ण धारी, ...