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बचा लेना दामन, कहीं दागी न हो जाए सम्हालो धड़कनों को, कहीं बागी न हो जाए।। और माना प्यार पावन, होता है ओ साकी मगर न कर ऐसी मोहब्बत, कि चाहत ...