1 भाग
122 बार पढा गया
1 पसंद किया गया
इश्क है साहब--🍁 ---------------------------◆● बेकरारी बढ़ी तो तड़पा करोगे बातें न होंगी आहें भरोगे खुला रहेगा भी, जो दिल का पिंजड़ा कैदी बन वहीं बैठा करोगे ये इश्क है साहब ,दीवानों ...