ख़ामोशी

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एक उम्र गुजारी है खुद को संवारने की खातिर , पूरी जिंदगी गुजार दोगे तुम इसे समझने की खातिर ! ढूंढ रहे हो तूम खुद को ही मुझमें कही इस कदर ...

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