दिशा

1 भाग

220 बार पढा गया

17 पसंद किया गया

विषय:-- "दिशा" मैं बालक हूं तुम्हारा, प्रभु जी तुम हो स्वामी! मेरे मन की तुम जानो, तुम हो ,जग -अंतर्यामी ! हाथ जोड़ करूं करतार, हर दिन यही प्रार्थना! चित्त न ...

×