कविता ःःकहर

1 भाग

250 बार पढा गया

7 पसंद किया गया

कविता ःःकहर °°°°°°°°°°°°°°° उस दिन क्या हुआ था...  अलकनंदा ने कहर बरपाया था तीर्थ स्थल को पलभर में शमशान बना डाला था... नदियां,  इतनी बेकाबू क्यो हो जाती हो इतना जल ...

×