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लेखिका-प्रियंका भूतड़ा शीर्षक-मां बाप की यादें मां-बाप का छूटा साथ, हो गई जिंदगी हताश, जिंदगी में आया सैलाब, हो गई हमारी जिंदगी गुमनाम। हर पल करते हैं तुमको याद, नींद ना ...