तुझे नज़्म में उतार दूँ

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थोड़ा थोड़ा तुझे..........निखार दूँ, आजा तुझे........नज़्म में उतार दूँ। काली घटा सी.......लहराती ज़ुल्फ़ें, इन्हें आज..........ज़रा मैं सवार दूँ। ये तबस्सुम ये सुर्खी........लबों की, लगे ना नज़र, तेरा सदक़ा उतार दूँ। ये ...

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