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पैसे से है सब दुनियादारी, पैसे से है प्यार, पैसा जेब में नहीं, तो नहीं कोई रिश्तेदार। गुड़ में मक्खी की तरह लिपटे रहें तुझसे, तूही है चहिता तूही है अज़ीज़ों ...