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प्रतिबिम्ब----●🍁● ---------------------------●★● मैं बिम्ब, तुम प्रतिबिम्ब हो मेरे मैं रात काली ,तुम ख्वाब सुनहरे तुममें ही बसी हूँ ,छवि बनके मैं दर्पण तुम अक्स हो मेरे ----------★● छवि जो मैं बनाऊं ...