मुझे नहीं आता...

1 भाग

202 बार पढा गया

11 पसंद किया गया

मुझे नहीं आता था उनकी तरह, हिस्सों में मुकर जाना टुकड़े-टुकड़े कर दिए दिल के मेरे, टुकड़ों में सारी बात कर क्या गजब की अदा है, साबित खुद को बेकुसूर करने ...

×